Gangubai kathiawadi full movie Download | Gangubai kathiawadi review in hindi
Gangubai kathiawadi movie full HD
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Gangubai kathiawadi movie में लाल बिंदी लगाने वाली गंगा की कहानी है। जिसने प्यार में धोखा खाया है। और अपनी किस्मत से समझौता किया है। वह अपना दबदबा कैसे कायम करती है।
फ़िल्म में दिखाया गया है कि रेड लाइट एरिया में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों के लिए हक के लिए गंगूबाई कैसे लड़ती है। और सभी के दिल में अपनी छवि कैसे बनाती है।
गंगूबाई काठियावाड़ी एक बॉलीवुड बायोपिक ड्रामा फिल्म है। इस फिल्म में आलिया भट्ट मुख्य भूमिका निभाएंगी। इस फिल्म की कहानी गंगूबाई काठियावाड़ी के जीवन पर ही आधारित है।
फिल्म में आलिया भट्ट के अलावा अजय देवगन और इमरान हाशमी भी भूमिका निभाते दिखाई देंगे। फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली है। फिल्म का ट्रेलर 24 फरवरी 2021 को रिलीज हो चुका है।
Gangubai kathiawadi movie Allia bhatt, ajay devgan
इस फिल्म की कहानी में गंगूबाई काठियावाड़ी एक किताब माफिया क्वीन इन मुंबई बेस्ट स्टोरी है। जिसके लेखक एस हुसैन है। इस किताब में गंगूबाई काठियावाड़ी के बारे में बताया गया है।
एक 16 साल की लड़की जो मुंबई के रेड लाइट एरिया में आई। और एक डॉन के घर बेखौफ होकर घुसी और उसे भाई बनाकर राखी बांध आयी। गंगूबाई रेड लाइट एरिया में काम करने वाली महिलाओं के अधिकारों के लिए प्रधानमंत्री तक पहुंच जाती है।
कहानी उसी गंगूबाई की है। जिसकी तस्वीरें कामाठीपुरा की हर औरत और युवतिया (जो रेड लाइट एरिया में काम करती थी) अपने पास रखती है।
Gangubai (गंगा)गुजरात के काठियावाड़ परिवार से थी। उसके परिवार के लोग बहुत ही इज्जत वाले थे।वह गंगा को पढ़ाना लिखाना चाहते थे। लेकिन गंगा का मन बॉलीवुड में लगा हुआ था। वह मुंबई जाकर हीरोइन बनना चाहती थी।
गंगूबाई काठियावाड़ी मूवी रिव्यू हिंदी में
एक दिन गंगा के पिता के पास एक लड़का (रमणी) काम करने आता है। रमणी जो पहले से मुंबई में कुछ समय से था। जब यह बात गंगा को पता चलती है। तो वह खुशी से नाचने लगती है। क्योंकि गंगा को रमणी के जरिए मुंबई जाने का एक सुनहरा मौका मिल गया था।
गंगा की रमणी के साथ दोस्ती हो जाती है। और दोस्ती कुछ समय बाद प्यार में बदल जाती है। इसके बाद गंगा अपना कुछ सामान और मां के गहने उठाकर रमणी के साथ भाग जाती है। और दोनो मंदिर में जा कर शादी कर लेते हैं। दोनों मोहन भाई के घर पहुंचते हैं। कुछ दिन साथ में गुजारने के बाद रमणी ने गंगा से कहा। कि जब तक मैं हमारे रहने की जगह नहीं ढूंढ लेता। तुम्हे मेरी मौसी के पास रहना होगा। रमणी की बात मानकर गंगा मौसी के साथ टैक्सी में बैठ कर चली जाती है। लेकिन गंगा नहीं जानती थी कि उसके पति ने उसको ₹500 में बेच दिया था।
मौसी गंगा को मीठापुर ले जाती है। जो मुंबई का मशहूर रेड लाइट एरिया होता है। गंगा को जब यह सब पता चलता है। तो गंगा बहुत चिल्लाती और रोती है। लेकिन आखिर में गंगा ने समझौता कर लिया। क्योंकि उसे पता था कि अब वह काठियावाड़ अपने मां बाप के पास वापस नहीं जा सकती है। क्योंकि उसके घर वाले उसे नहीं अपनाएंगे। बेइज्जती के डर से वे वेश्यालय में रहना शुरू कर देती है।
संघर्ष की कहानी gangubai kathiawadi
गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी अब गंगूबाई बन चुकी थी। और गंगू के चर्चे दूर-दूर तक चलने लगे। एक दिन शौकत खान नाम का पठान मिठापुर आता है। आने के बाद वे सीधे गंगूबाई के पास जाता है। और उसे बहुत ही बेरहमी से तकलीफ देता है। और बिना पैसे दिए चला जाता है। इसी तरह दूसरी बार भी होता है। और जो भी गंगू को बचाने की कोशिश करता है। पठान उसे भी बड़ी बेरहमी से पीटता है। और घायल कर देता है। एक बार गंगू की बहुत बुरी हालत हो जाती है। और उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ता है। जिसके बाद गंगू ठान लेती है। कि वह उस आदमी को सजा देगी।
पठान जानकारी करने के बाद गंगू को पता चलता है। कि उस आदमी का नाम शौकत खान है। और वह मशहूर डॉन करीम लाला के लिए काम किया करता है। उसके बाद गंगू करीम लाला के घर में पहुंच जाती है। और उसे अपनी सारी हकीकत बता देती है। करीम उसे सुरक्षा का पूरा भरोसा देता है। इसके बाद गंगू एक धागा राखी के रूप में करीम की कलाई पर बांध देती है। और डॉन को अपना भाई बना लेती है।